साकेत लोक कल्याण एवं सांस्कृतिक संस्थान

 

संस्था का उद्देश्य:

 

01           अशिक्षितों के बीच साक्षरता का प्रसार।

02           पर्यावरण सन्तुलन के लिए ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में वृक्षारोपण करवाना एवं उनकी देखभाल करना।

03           ग्रामीण एवं पिछड़ी जनता के जीवन स्तर को उठाने हेतु सार्थक प्रयास करना।

04           विकलांग एवं समाज के उपेक्षति वर्ग के लिए कल्याणकारी कार्यक्रम चलाना।

05           दैवी आपदाओं में नागरिकों की प्रत्येक संभव सहायता करना।

06           समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त करने वालों को सम्मानित करना।

07           समय-समय पर विभिन्न क्षेत्रों से सम्बन्धित विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन करना और उससे सम््धित मेधावी युवकों को सम्मानित करना।

08           समय-समय पर विचार गोष्ठियों का आयोजन करना।

09           विभिन्न सामाजिक, राष्ट्रीय, अन्तराष्ट्रीय संस्थाओं के सहयोग से लोक कल्याणकारी कार्यों का संचालन करना।

10           संस्था के प्रबन्धन में रोजगार परक केन्द्रों का संचालन करना एवं युवाओं तथा महिलाओं को स्व: रोजगार के प्रति प्रोत्साहित करना।

11           योग एवं स्वास्थ्य सम्बन्धी शिविरों एवं अस्पतालों की स्थापना करना ।

12           युवाओं के मध्य अभियान चलाकर अत्याधुनिक जानकारियों का आदान-प्रदान करना एवं उन्हें समाज के स्तरीकरण के लिए प्रेरित करना।

13           गरीब छात्रों को यथा सम्भव छात्रवृत्ति प्रदान करना।

14           जन-समस्याओं की पहचान करना एवं उनके निराकरण के लिए सार्थक प्रयास करना।

15           संस्था की देखरेख में पुस्तकालय एवं वाचनालयों की नि:शुल्क स्थापना करना।

16           उपेक्षति वृद्ध वर्ग के कल्याणार्थ प्रत्येक संभव सहायता एवं सेवा की व्यवस्थायें करना।

17           निर्धन परिवारों की कन्याओं के विवाह प्रायोजन के लिए यथा सम्भव सहायता प्रदान करना।

18           विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक एवं संगीत समारोह की नि:शुल्क आयोजन करना।

19           संगीत विद्यालय तथा कला एवं नाट्यकेन्द्रों की स्थापना एवं संचालन करना।

20           समाज में आध्यात्मिक शक्ति एवं तपोबल के प्रति जागृति चलाना एवं इसके लिए रचानात्मक कार्यों का आयोजन करना।

21           गणमान्य अधिवक्ताओं के सहयोग से विभिन्न प्रकार के विधिक सलाहकारी शिविरों का आयोजन करना एवं आम-जनों के मध्य उनकी समस्याओं के सम्बन्ध में वैधानिक जानकारी उपलब्ध करना।

22           समाज के सहायतार्थ  मैरिज ‘‘ब्यूरो’’ की स्थापना करना।